सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र अन्तःक्रिया, नवाचार समन्वय विभाग|
शिक्षकों की सेवाकालीन शिक्षा उन्हें उनके
व्यावसायिक वातावरण में हो रहे परिवर्तनों से अवगत रखने तथा उनके कौशल और
दृष्टिकोण को प्रकाश और बदलती भूमिका में विकसित करने के लिए आवश्यक है। शैक्षेनिक
समस्याओं की पहचान करने और समाधान निर्धारित करने के लिए इस शाखा क्षेत्र की
मुलाकात के साथ नवाचार क्षेत्र में भी कार्यरत है |
सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण क्षेत्र अन्तःक्रिया, नवाचार समन्वय विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यो |
1.
प्रारंभिक
शिक्षा के लिए सेवाकालीन शिक्षा कार्यक्रमों की योजना और समन्वय में शैक्षिक
अधिकारियों की सहायता करने के साथ जिले भर के शिक्षकों को प्रशिक्षित करना, और इसके अनुसरण
में आयोजित ऐसे कार्यक्रमों की योजना बनाने और समन्वय करने के लिए डायट निम्नलिखित
कार्यक्रम का आयोजन करेगा....
·
जिले के प्राथमिक शिक्षकों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं की पहचान करना और ऐसी
जरूरतें को पूर्ण करने के लिए एक परिप्रेक्ष्य योजना तैयार करना|
·
डायट में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों का एक वार्षिक कैलेंडर तैयार
करना |
·
डायट संस्था के बाहर आयोजित होने वाले सेवाकालीन कार्यक्रमों का वार्षिक कलैण्डर
तैयार करने में संबंधित अधिकारियों की मदद करना|
2.
निम्नलिखित कार्यक्रमों
के आयोजन में एक नोडल शाखा के रूप में कार्य करना....
·
डायट द्वारा जिले के अन्य केंद्रों पर रिसौर्स पर्सन के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम
करवाना और पुनः ये प्रशिक्षित रिसौर्स पर्सन शिक्षकों के लिए सेवाकालीन कार्यक्रम आयोजित
करेंगे |
·
सेवामा कार्यरत शिक्षको के लिए दूरवर्ती शिक्षण पे शैक्षेनिक कार्यक्रमो का
आयोजन करना |
3.
डाइट के अंदर और बाहर आयोजित सेवाकालीन कार्यक्रमों की गुणवत्ता और प्रभावकारिता
का मूल्यांकन और निगरानी करना, और उनके निरंतर सुधार के लिए प्रयास करना |
4.
संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी व्यक्तियों का डेटा-बेस
बनाए रखना, और ऐसे प्रशिक्षण के अनुसरण में फोलो-अप गतिविधियों
का आयोजन,पत्राचार, मुलाकात करना |
5.
जो शिक्षक अपनी शिक्षा जारी रखना चाहते हैं उन शिक्षकों के लिए एक संसाधन केंद्र
के रूप में कार्य करना |
6.
सभी क्रियात्मक
संशोधन के लिए नोडल शाखा के रूप में कार्य
करना, और फील्ड इंटरेक्शन (विस्तार सहित) जिसमे निम्नलिखित गतिविधियां शामिल होंगी...
o आंतरिक क्रियात्मक संशोधन गतिविधियों का समन्वय
और इसके परिणामों का प्रसार|
o
प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में सभी अध्ययनों , अनुसंधान , नवाचार तकनीक का
प्रभावी उपयोग करना और ये सभी क्षेत्रो
के परिणामो के जानकारी के लिए समाशोधन गृह के रूप में कार्य करना |
o सभी जिले के प्राथमिक विद्यालय में एक सामायिक
इ- पत्रिका भेजी जाएगी|
7.
विशिष्ट रूप से फील्ड इंटरैक्शन का मुख्या उद्देश|
o क्षेत्र में व्यावहारिक समस्याओंका जो सामना
किया जा रहा है उसकी पहेचान करना और उसे दूर करने के लिए उपाय बताना|
o प्राथमिक शिक्षकों को संसाधन उपलब्ध कराने और
सीखने के साथ-साथ सार्थक अनुभवों, नवाचारों, सफलता की कहानियों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त
करना|
o क्षेत्र शैक्षेनिक शैक्षिक मार्गदर्शन, सलाह विस्तार और संसाधन सहायता का प्रावधान करना
|
o विभिन्न नई शैक्षिक नीति, कार्यक्रम और पहल का प्रचार प्रसार करना |
o छात्रों के नामांकन और प्राप्ति स्तर में सुधार
के लिए प्रयोगों और तकनीकों का विकास करना
और कर्यक्रम द्वारा उसका प्रसार करना |
o नियमित और समय पर शिक्षा से जुड़े अधिकारी और
शिक्षको के साथ आवधिक और मासिक बैठक का आयोजन करना |
o शिक्षकों को शिक्षण और सीखने के अपने नवीन विचारों को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित
करना और मार्गदर्शित करना|
o नवाचार मेले का आयोजन करना |
o सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों, नवाचार
और क्रियात्मक संशोधन का अयोजन के साथ साथ
सूचना के प्रसार और गतिविधियों के समन्वय को सुगम बनाना|
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