शैक्षिक तकनीकी विभाग
जिला
शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सात प्रमुख विभाग हैं,
जिनमें से एक शैक्षिक तकनीकी विभाग है। यह विभाग प्रभावी शिक्षण और सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शैक्षिक तकनीकी विभाग,
डायट
के अन्य विभागों के समन्वय एवं सहयोग से शिक्षण और सीखने को बदलने के लिए तकनीकी
सहयोग प्रदान करने का काम करता है। शैक्षिक
तकनीकी विभाग द्वारा किये जाने
वाले कार्य निम्नलिखित हैं-
1. यह विभाग डायट और अन्य रिसोर्स पर्सन/संबंधित कर्मचारियों के सहयोग से प्रारंभिक शिक्षा और प्रारंभिक शिक्षक शिक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों/क्षेत्रों के लिए सरल, प्रभावी और कम लागत वाले शिक्षण सहायक सामग्री जैसे-चार्ट,आरेख, मॉडल, फोटो , स्लाइड, ऑडियो,वीडियो, नाटक, गीत आदि विकसित करने में सहयोग प्रदान करता है।
2.
प्रौढ़ और अनौपचारिक शिक्षा के लिए,
डीआरयू को कम लागत वाली शिक्षण सहायक सामग्री विकसित करने में मदद प्रदान करता है।
3. इस विभाग का कार्य निम्नलिखित व्यवस्थाओ को बनाए रखने के लिए योगदान देना है:
(i) संस्थान के सभी ऑडियो- विजुअल (ए.वी.) उपकरण,
(ii) कंप्यूटर लैब,
(iii) घर के साथ-साथ अन्य जगहों पर विकसित अच्छी, कम लागत वाली शिक्षण सहायक सामग्री के लिए एक प्रदर्शन क्षेत्र
की व्यवस्था,
(iv) यदि संस्थान के पास फिल्म प्रोजेक्टर की
व्यवस्था हों तों शैक्षिक वीडियो/ऑडियो कैसेट की पुस्तकालय
का निर्माण करना,
4.शिक्षण गतिविधियों में सुधार के लिये, प्रक्षेपण सुविधाओं वाले संस्थानों को स्लाइड, कैसेट और फिल्म उपयोग
के लिये देना।
5. जिले के प्राथमिक विद्यालय
के बच्चों, प्रौढ़
और अनौपचारिक शिक्षार्थियों, शिक्षकों/अनुदेशकों आदि के लिये उपयुक्त शैक्षिक प्रसारण की व्यवस्था
के लिए नजदीकी रेडियो स्टेशन के साथ संपर्क करना।
6. शिक्षकों के लिए शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र में
उपयुक्त सेवाकालीन कार्यक्रम संचालित करना, विशेष महत्त्व के साथ: -
(i) शैक्षिक प्रसारण, टेलीकास्ट का प्रभावी उपयोग, कैसेट एवं सहायक
सामग्री, और
(ii) सरल, कम लागत वाली शिक्षण सहायक सामग्री का विकास
करना।
7. उपरोक्त (6) में वर्णित विकास कार्यों हेतु कार्यशाला आयोजित करना।
विभाग का एक महत्वपूर्ण कार्य कार्यरत शिक्षकों और भावी शिक्षकों को शिक्षण में टेक्नॉलोजी के उपयोग में प्रशिक्षण प्रदान करना है।
8. संस्थान के अन्य सभी कार्यक्रमों/गतिविधियों में शैक्षिक तकनीकी से संबंधित निवेश प्रदान करना। शिक्षकों के लिए सेवा-पूर्व और सेवाकालीन कार्यक्रम, एनएफई/एई कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, फील्ड इंटरेक्शन (विस्तार सहित)
गतिविधियाँ, सामग्री विकास, कार्य अनुसंधान आदि
गतिविधियां करवाना।
निष्ठा
के सतत व्यावसायिक विकास (CPD), जिसमें
सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मानकीकृत प्रशिक्षण मॉड्यूल
विकसित किए गए हैं, दीक्षा प्लेटफोर्म पर उपलब्ध हैं। दीक्षा को 'वन नेशन, वन डिजिटल प्लेटफॉर्म'/एक राष्ट्र एक डिजिटल मंच के रूप
में घोषित किया गया है।दीक्षा (DIKSHA) में NDEAR के अधिकांश मूलभूत घटक शामिल हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षा
वास्तुकला (NDEAR) के कुछ सफल व्यवहारिक मामलों / उपयोगों / प्रयोगों को सक्षम
बनाया जैसे: सक्रिय पाठ्यपुस्तकें, ऑनलाइन पाठ्यक्रम, सामग्री संलेखन, सामग्री का संग्रह, परस्पर संवादात्मक प्रश्नोत्तरी, प्रश्न बैंक, चैटबॉट, विश्लेषण प्रक्रिया और डैशबोर्ड। वर्तमान
में शैक्षिक तकनीकी विभाग, शिक्षकों को दीक्षा प्लेटफोर्म के लिये तकनीकी सहायता
प्रदान करता है।
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